अबोहर21 मिनट पहले
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पंजाब के अबोहर शहर की पिंकी की सफलता की कहानी सुनेंगे तो जोश और जज्बे से भर जाएंगे। महिलाओं के लिए तो मिसाल है ही, पुरुषों को भी पिंकी पर गर्व महसूस होगा।
पिंकी छोटा हाथी ड्राइव करके अपने परिवार का पालन पोषण कर रही है। उसने अपनी मेहनत के बलबूते पर 5 छोटे हाथी खरीद लिए हैं और 3 ड्राइवर रखकर उन्हें रोजगार भी दिया है। ड्राइवर रखे होने के बावजूद वह खुद भी ड्राइव करके सामान की ढुलाई करती है।

बड़ी तंगहाली की जिंदगी से गुजर कर पिंकी ने यह सफर तय किया है और आज वह परिवार में खुश है। उसके 2 बच्चे एक लड़की और 2 साल का बेटा है। पति के नशेड़ी होने के कारण उसने तलाक ले लिया था। मायके में भी वह अपने भाई-बहनों से बड़ी थी।
पिंकी बताती है कि मायके में भी जिम्मेदारी ही उठाई। पिता की मौत के बाद उसको पढ़ाई छोड़ने पड़ी और भाई-बहनों को पढ़ाया। दिहाड़ी मजदूरी करके उनका पालन पोषण करती रही, लेकिन जब उस पर बुरा समय आया तो किसी ने उसका साथ नहीं दिया।

पिंकी का छोटा हाथी, जो अब उसकी जिंदगी का हमसफर बन चुका है।
कोई काम छोटा बड़ा नहीं होता: पिंकी
पिंकी का कहना है कि उसने दिहाड़ी के पैसे बचा-बचा एक छोटा हाथी किस्तों पर ले लिया। ड्राइवर रखा, लेकिन उसने कुछ बचा कर नहीं दिया। इसके बाद उसने खुद छोटे हाथी का स्टेयरिंग संभाला और आज वह अब तक हजारों किलोमीटर का सफर तय कर चुकी है।
पिंकी के अनुसार, उसका सामान की ढुलाई का तरीका देखकर ग्राहक भी खुश हैं और उस पर विश्वास करते हैं कि उनका सामान सही समय पर सही ठिकाने पर पहुंच जाएगा। पिंकी ने बताया कि बेशक कई बार ऐसा मौका भी आया, जब लोग इसके बारे बुरा भला बोलते रहे।
पिंकी ने बताया कि उसे लोगों ने गंदी नजर से भी देखा, लेकिन उसने किसी की परवाह नहीं की। आज उसके पास अब 5 छोटे हाथी हैं। उसका कहना है कि काम कभी छोटा बड़ा नहीं होता, बस उसको करने वाले की नीयत को फल मिलता है।
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