चंडीगढ़19 मिनट पहले
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पंचकूला सेक्टर-20 की डॉ. अंजलि गर्ग ने यूपीएससी सीएसई 2022 में एआईआर 79 हासिल किया है। इससे पहले फरवरी में उन्होंने हरियाणा सिविल सर्विसेस में 5वां रैंक हासिल किया था। वर्तमान में गुड़गांव में अपनी ट्रेनिंग कर रही हैं। अब सिविल सर्विसेस क्लीयर कर लिया है तो अब वे एचसीएस सरेंडर कर यूपीएससी जॉइन करेंगी। डॉ. अंजलि गर्ग ने बताया कि कहीं-न-कहीं बैक ऑफ माइंड में चलता था कि सिविल सर्विसेस में अपीयर होना है, लेकिन जब एमबीबीएस थर्ड ईयर में आई तो एहसास हुआ कि ग्रासरूट लेवल पर जो सुविधाएं हेल्थ के एरिया में होनी चाहिए नहीं हैं।
गरीब लोगों को अपना इलाज कराने में बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसलिए एमडी न कर सिविल सर्विसेस में अपीयर होना चाहिए। इसके बाद फोकस्ड होकर तैयारी शुरू की। दृढ़ रहना और सफर में पॉजिटिव एटिट्यूड इनका सक्सेस मंत्रा है। पिता विनोद गर्ग सेक्टर-9 चंडीगढ़ में शेयर ब्रोकर हैं और मां राजेश गर्ग होममेकर। बड़ा भाई अनुज गर्ग और भाभी गौरिका गुप्ता, दोनों एमबीए हैं और गुड़गांव में एमएनसी में काम करते हैं। सिंगिंग और डांसिंग डॉ. अंजलि की हॉबी हैं।
सेहत के लिए बुनियादी सुविधाओं पर काम करना प्राथमिकता…
दिल्ली में वीकेंड कोचिंग जॉइन की और 2020 में एमबीबीएस पूरी करने के बाद इसी पर फोकस किया। पहला अटेम्प्ट 2020 में किया और इंटरव्यू तक पहुंच गई। अब दूसरे अटेम्प्ट में क्लीयर कर लिया। अंजलि ने बताया कि वह विमन एम्पावरमेंट और चाइल्ड एजुकेशन पर काम करना चाहेंगी। इसके साथ ही अच्छी सेहत के लिए बुनियादी सुविधाओं पर काम करना प्राथमिकता रहेगी। गर्ल चाइल्ड की शिक्षा और सेहत अहम है, क्योंकि महिला शिक्षित और सेहतमंद होगी तो पूरा परिवार शिक्षित और सेहतमंद होगा।
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