
कोरबा के पाली महोत्सव मे कठपुतली डांस आकर्षण का केंद्र रहा।
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छत्तीसगढ़ के कोरबा में दो दिवसीय पाली महोत्सव का शनिवार को महाशिवरात्रि के दिन आगाज हो गया। महोत्सव के पहले ही दिन कला और संस्कृति की छटा बिखर गई। मोहम्म रजी का पियानो वादन हुआ तो उसके साथ भगवान शिव की झांकी निकाली गई। वहीं कठपुतली के नाच ने लोगों का मन मोह लिया। इससे पहले खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति एवं संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने महोत्सव का शुभांरभ किया। इस साल महोत्सव पाली से लगे ग्राम केराझरिया के मैदान में आयोजित किया गया है।
पाली महोत्सव के पहले दिन आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने दर्शकों को बांधे रखा। जबलपुर की आकर्षक शिव झांकी, रजी मोहम्मद के पियानो वादन, बिलासपुर की टीम द्वारा प्रस्तुत किए गए कठपुतली नृत्य देखकर दर्शक गण दांतों तले उंगली दबा लिए। इसी प्रकार बसंत बघेल की टीम द्वारा प्रस्तुत किए पंथी नृत्य ने भी लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। इसके अलावा स्कूली बच्चों ने भी सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी। महोत्सव में छग के कलाकारों ने प्रस्तुति दी है जो काफी आकर्षक रही।
मंत्री भगत ने कहा कि आने वाले समय में पाली महोत्सव और भव्य रूप लेगा। कोरबा और छत्तीसगढ़ ही नहीं बल्कि पूरे देश में अपनी अलग पहचान बनाएगा। भगत ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में सरकार छत्तीसगढ़ी परंपरा व लोक संस्कृति को बचाने और बढ़ाने का काम तेजी से कर रही है। उन्होंने छत्तीसगढ़ की संस्कृति और लोककला के संरक्षण व प्रयासों के लिए मुख्यमंत्री बघेल का आभार जताया। संस्कृति मंत्री भगत ने पाली महोत्सव के भव्यता को बढ़ावा देने के लिए पक्के शेड निर्माण की घोषणा की।