मिर्जापुर4 मिनट पहले
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गौवंश आश्रय स्थल में भी नहीं मिल रहा भरपेट चारा।
मिर्जापुर में प्रदेश सरकार की मंशा पर जिम्मेदार किस तरह पलीता लगा रहे हैं। यह नजारा मड़िहान स्थानीय विकास खंड के दीपनगर स्थित गो-आश्रय स्थल में दिखाई पड़ा। पांच सौ गौवंश के लिए महज पांच सौ किलो भूसा रखा गया था। जहां करीब चार दर्जन गौवंश बीमार हैं। जिन्हें इलाज भी नहीं मिल पा रहा है।
पशु लम्पी संक्रमण से ग्रसित
आश्रय स्थल में तीन दर्जन पशु लम्पी संक्रमण से ग्रसित है। दो वर्ष बीत जाने के बाद भी गो-आश्रय स्थल में रखे गए पशुओं को हरा चारा नसीब नहीं हो रहा है। सूखा भूसा और काईदार गन्दा पानी पीकर स्वस्थ्य पशु भी बीमार हो जा रहे है।
वृहद गो-आश्रय स्थल में 350 पशुओं के रखने की क्षमता है। जबकि वर्तमान में 500 के लगभग पशु रखे गए हैं। जहां एक भी छायादार वृक्ष नहीं है। जिससे पशु आराम से बैठ सके। भूसा के लिए दो गोदाम बनाये गए हैं। एक में लगभग 3 कुंतल तो दूसरे में लगभग 2 कुंतल भूसा रखा गया है।
गो-आश्रय स्थल के अंदर पशुओं की दयनीय दशा
पशुओं के खाने के लिए चन्नी में भूसा ही नही है। अंदर की कमियां बाहर न दिखे इसके लिए जालिदार मेन गेट में लोहे की चद्दर वेल्डिंग करा दिया गया है। साथ ही किसी भी बाहरी व्यक्ति को अंदर जाने की सख्त मनाही की गयी है। अंदर पशुओं की दयनीय दशा और दुर्व्यवस्था बिना कहे सब कुछ बयां कर रही।
खंड विकास अधिकारी वीर भानु सिंह ने बताया कि बीमार पशुओं की सूचना मिली है। डॉक्टर को फोन किया गया था। उनका फोन नहीं उठा। इसके अलावा भूसा के लिए सीवीओ को पत्र लिखा गया है। जल्द ही 60 गौवंश को वितरित किया जाएगा।
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