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अविनाश शर्मा, चंडीगढ़।10 मिनट पहले
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चंडीगढ़ स्थित रीजनल पासपोर्ट ऑफिस के बाहर बेतरतीब तरीके से खड़े रहने को मजबूर लोग।
चंडीगढ़ के रीजनल पासपोर्ट ऑफिस में बदइंतजामी की भरमार है। विभिन्न प्रकार की जानकारी के लिए यहां आने वाले लोग सुबह से देर दोपहर बाद तक लंबी-लंबी लाइनों में खड़े रहने को मजबूर हैं। उनकी परेशानी सुनने वाला भी कोई कर्मचारी-अधिकारी नहीं है। सिक्योरिटी गार्ड ही रोजाना लोगों से दो-चार होकर दिन निकाल देते हैं।
पंजाब-हरियाणा और हिमाचल प्रदेश समेत अन्य जगहों के लोग चंडीगढ़ के सेक्टर-34/ए स्थित रीजनल पासपोर्ट ऑफिस में सुबह 7 बजे ही पहुंचने लगते हैं, लेकिन ऑफिस खुलने तक यहां लोगों की लंबी-लंबी बेतरतीब लाइन लग जाती है। क्योंकि लोगों को उचित तरीके से लाइन में खड़ा रखने की व्यवस्था तक नहीं है।
यही कारण है कि लोग ऑफिस गेट के बाहर विंडो से लेकर पार्किंग एरिया तक लाइनों में खड़े रहते हैं। इससे शोरूम के सामने पैदल यात्रियों की आवाजाही के लिए रिजर्व रास्ता पूरी तरह ब्लॉक हो जाता है। एक-दूसरी दिशा से आवाजाही करने वाले लोगों काफी दूर से घूमकर आना पड़ता है।

पासपोर्ट ऑफिस के बाहर जानकारी हासिल करने आए लोगों की भीड़
लोगों ने कहा- कोई नहीं सुनता, घंटों लाइन में खड़े रहने को मजबूर
चंडीगढ़ रीजनल पासपोर्ट ऑफिस में आज पंजाब और हरियाणा समेत अन्य कई जगहों से लोग पहुंचे। कई लोगों ने बताया कि वह करीब 2 महीने से अपनी परेशानी दूर करने की कोशिशों में लगे हैं। लेकिन चंडीगढ़ पासपोर्ट ऑफिस में कोई उनकी सुनवाई करने वाला नहीं है।

पंजाब के जगराओं निवासी गुरदीप सिंह अपनी समस्या बताते हुए।
इन लोगों ने बताई समस्याएं
पंजाब के जगराओं निवासी गुरदीप सिंह ने बताया कि वह अपॉइंटमेंट लेने के बाद सुबह 7 बजे ही चंडीगढ़ रीजनल पासपोर्ट ऑफिस पहुंच गए। उन्हें ऑफिस के अंदर नहीं जाने दिया गया और 5 घंटे से वह लाइन में ही लगे हुए हैं।

पंजाब निवासी सागरप्रीत सिंह अपनी परेशानी बताते हुए।
सागरप्रीत सिंह ने बताया कि इन्क्वायरी में लोगों की लाइन बहुत लंबी रहती है, कोई उचित व्यवस्था नहीं की गई। दिसंबर 2022 में पासपोर्ट अप्लाई किया और जनवरी में पुलिस वेरिफिकेशन हो गई। बावजूद इसके सितंबर महीने तक भी स्टेटस अप्रूव नहीं हो पा रहा है। उन्होंने बताया कि वह आज सुबह आठ बजे से लाइन में खड़े हैं।

बुजुर्ग बीके जैन सही जानकारी नहीं मिलने से परेशानी बारे बताते हुए।
बीके जैन नामक व्यक्ति ने बताया कि पासपोर्ट पर उनका एड्रेस गलत कर दिया गया। वह एड्रेस ठीक करवाने के लिए इन्क्वायरी पर पूछताछ के लिए आए हैं। उन्होंने कहा कि वह कई घंटे से लाइन में खड़े हैं लेकिन कोई सही जानकारी नहीं दे रहा।

मंडी-गोबिंदगढ़ निवासी यतिन गर्ग चंडीगढ़ पासपोर्ट ऑफिस की अव्यवस्था बारे बताते हुए।
पैसे लेकर अप्वॉइंटमेंट दिलाने को कहा
मंडी-गोबिंदगढ़ के रहने वाले यतिन गर्ग ने कहा कि चंडीगढ़ रीजनल पासपोर्ट ऑफिस के पुख्ता बंदोबस्त नहीं है। उन्होंने बताया कि अप्वॉइंटमेंट का कोई सिस्टम नहीं है। क्योंकि सुबह 11 बजे पोर्टल खुलता है लेकिन स्लॉट बुक होने की जानकारी पता लगती है। वह एक महीने से कोशिशों में लगे हैं, लेकिन साथ ही स्लॉट बुक होने का पता लगता है। पासपोर्ट ऑफिस के बाहर कुछ लोग बैठे हैं जो पैसे लेकर अप्वॉइंटमेंट दिलवाने की बात कहते हैं।
पासपोर्ट ऑफिस में 1 से 6 नंबर तक काउंटर बंद
पासपोर्ट ऑफिस में ग्राउंड फ्लोर पर काउंटर नंबर-1 से काउंटर नंबर-6 खाली पड़े हैं। केवल काउंटर नंबर-7 पर लोगों की लंबी लाइन लगी रहती है। लेकिन यहां भी आज दोपहर 12 बजे के बाद अधिक संख्या में लोगों को अंदर आने दिया गया। इससे पहले चंद लोग ही अंदर मौजूद रहे और बाहर भारी भीड़ लगी रही।

IFS अधिकारी प्रियंका मेहतानी की फाइल फोटो।
IFS महिला अधिकारी पर है जिम्मेदारी
चंडीगढ़ रीजनल पासपोर्ट की जिम्मेदारी 2015 बैच की भारतीय विदेश सेवा (IFS) प्रियंका मेहतानी पर है। पासपोर्ट ऑफिस के सिक्योरिटी गार्ड समेत एक अन्य कर्मचारी के जरिए RP0 अधिकारी प्रियंका मेहतानी से सभी समस्याओं के संबंध में बातचीत के लिए संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनके द्वारा मिलने से इनकार किया गया।
हालांकि पासपोर्ट ऑफिस के एक कर्मचारी ने कहा कि मैडम ने कहा है कि जो जानकारी चाहिए, उनके लिए उन्हें ई-मेल कर दें। कर्मचारी को लोगों की समस्याओं के संबंध में पूछे जाने वाले सवाल भी बताए गए, लेकिन प्रियंका मेहतानी की ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया।
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