बुरहानपुर10 मिनट पहले
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जागृत आदिवासी दलित संगठन की कार्यकर्ता माधुरी बेन को 16 मई को जिला प्रशासन की ओर से जिलाबदर किए जाने का नोटिस जारी किया गया था। साथ ही 7 दिन के भीतर जवाब प्रस्तुत करने को कहा गया था। शुक्रवार को माधुरी बेन कुछ आदिवासी कार्यकर्ताओं के साथ कलेक्ट्रेट पहुंची और 188 पेज का जवाब जिला, पुलिस प्रशासन को सौंपा। इसमें उन्होंने 60 सोशल मीडिया चैट की कॉपी भी लगाई है, जिसमें संगठन की ओर से वन कटाई रोकने के लिए अफसरों को सूचित किया गया था। कलेक्टर कार्यालय से जवाब देकर बाहर निकलीं माधुरी बेन ने प्रशासन पर कई आरोप लगाए।
माधुरी बेन ने कहा-जागृत आदिवासी दलित संगठन इस तरह के बेतुके हथकंडे से डरने वाला नहीं है। दबाने के लिए फर्जी मुकदमे में फंसाने की कोशिश की जा रही है। इससे यह बात साबित हो रही है कि हम वन कटाई का लगातार विरोध कर रहे थे, इसलिए हमारी आवाज दबाने की कोशिश की जा रही है। जिलाबदर का नोटिस दिया गया था। आज उसका 188 पेज में जवाब दिया गया है। यह हमारा निजी मामला नहीं है। सार्वजनिक सरोकार का मामला है। जंगल बचाने के लिए और आदिवासी कानून का उल्लंघन रोकने की हम लड़ाई लड़ रहे हैं।
जागृत आदिवासी दलित संगठन हमेशा वन कटाई का विरोध करता आया है। इसके सबूत के तौर पर हमने 60 सोशल मीडिया के चैट्स भी जवाब के साथ दिए हैं, जिसमें हमने बताया था कि वन कटाई की कहां-कहां तैयारी है, जिस वन कटाई का विरोध हम कर रहे थे, उसी में आरोपी बनाया जा रहा है। प्रशासनिक मिलीभगत से ही जंगल कटे हैं। आखिर 6 माह तक जंगल कटने क्यों दिया गया। जब विरोध किया तो आरोपी बना रहे।

एसपी बोले- बेन ने जवाब प्रस्तुत किया
एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने कहा- फॉरेस्ट विभाग ने माधुरी बेन के खिलाफ जिलाबदर पेश किया है। उसी के संबंध में पुलिस की ओर से सुरक्षा व्यवस्था लगाई गई थी। उसी का जवाब देने वह आई थीं। एसडीएम पल्लवी पौराणिक ने कहा- माधुरी बेन को जिलाबदर का नोटिस दिया गया था, इसलिए वह जवाब देने यहां आई थीं। उनकी ओर से जवाब प्रस्तुत किया गया है।

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