झांसी36 मिनट पहले
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झांसी महानगर को रोशन कर रही स्ट्रीट लाइट अब स्मार्ट हो गई है। इनको शाम को जलाने और सुबह बुझाने के लिए किसी व्यक्ति की जरूरत नहीं होगी। ये अपने आप ही जलेंगी और बुझेंगी। ऐसा सब एक टेक्नोलॉजी के तहत संभव होगा। जिसकी बदौलत इन लाइटों का संचालन अब कंट्रोल रूम से होगा। महानगर में लगी 36 हजार स्ट्रीट लाइट में से 23 हजार को कंट्रोल रूम से लिंक कर दिया गया है। अगर स्ट्रीट लाइट खराब होगी तो भी कंट्रोल रूम में अलर्ट मिल जाएगा। जिससे तुरंत उनको सुधारा जा सकेगा।
कंट्रोल रूम से 23444 लाइट कनेक्ट
नगर निगम ने महानगर के गली-मोहल्लों और सड़कों को रोशन करने के लिए 36 हजार से अधिक स्ट्रीट लाइट लगाई हैं। अब तक इन लाइटों को जलाने-बुझाने के लिए कर्मचारियों को लगाया जाता था। मगर अब ऐसा नहीं होगा। नगर निगम ने सीसीएमएस (सेंट्रल कंट्रोल एंड मॉनिटरिंग सिस्टम) स्थापित कर दिया है। इससे महानगर की 23444 लाइट कनेक्ट कर दी गई हैं। अब यह लाइट 24 घंटे कंट्रोल रूम की स्क्रीन पर नजर आने लगी हैं। कंट्रोल रूम से ही यह लाइट जलाई व बुझाई जाने लगी हैं। बकाया स्ट्रीट लाइटों को कनेक्ट करने का काम चल रहा है।
नई व्यवस्था से ये फायदे होंगे
- अक्सर दिन में भी स्ट्रीट लाइटें जलती हुई नजर आती थी। इससे वेवहज बिजली की खपत होती थी।
- अगर कोई स्ट्रीट लाइट खराब हो जाती है तो अब लोगों की शिकायत का इंतजार नहीं रहेगा। कंट्रोल रूम में खुद ही इसका अलर्ट मिल जाएगा और समय से स्ट्रीट लाइट को सुधारा जा सकेगा।
- लाइटों को जलाने-बुझाने के लिए मैन पॉवर की जरूरत नहीं पड़ेगी। उस मैन पॉवर का कहीं और इस्तेमाल हो सकेगा। इससे नगर निगम का खर्चा भी कम होगा।
बकाया लाइटों को भी कनेक्ट करने का काम जारी
नगर निगम के अधिशशी अभियंता (विद्युत) रिजवान जैदी ने बताया कि “नगर निगम की पुरानी बिल्डिंग में सीसीएमएस प्रारम्भ कर दिया गया है। महानगर में स्थापित 36 हजार स्ट्रीट लाइट में से 23444 लाइट कंट्रोल रूम से कनेक्ट कर दी गई हैं। अब यह लाइट कंट्रोल रूम से ही जलाई-बुझाई जाने लगी हैं। खराब होने पर सूचना भी मिल जाती है। बकाया 13 हजार लाइटों को भी कनेक्ट करने का काम जारी है।”
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