
पुलिस गिरफ्त में आरोपी।
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छत्तीसगढ़ के दुर्ग में चार दिन पहले प्रॉपर्टी डीलर के चालक से हुई पांच लाख की लूट की कहानी झूठी निकली। खुद चालक ने ही साजिश रची और फिर थाने में एफआईआर भी दर्ज कराई। आरोपी चालक रायपुर के प्रॉपर्टी डीलर को रुपये देने के निकला और फिर अपने दोस्तों को कार और रकम सौंप दी। पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर कार और रकम बरामद कर ली है। मामला धमधा थाना क्षेत्र का है।
18 जनवरी की रात रुपये लेकर निकला था
जानकारी के मुताबिक, दुर्ग निवासी कारोबारी अशोक बारडिया की कार का दिलशाद अली चालक है। वह सवारी लेकर 18 जनवरी की रात खैरागढ़ गया। वहां सवारी को छोड़ने के बाद अशोक बारडिया से पांच लाख रुपये लेकर रायपुर के प्रॉपर्टी कारोबारी युवराज वर्मा को देने के लिए निकल गया। कुछ समय बाद दिलशाद रायपुर के मौदहापारा थाने पहुंचा और पुलिस को बताया कि ठेलका चौक पर उसे बदमाशों ने लूट लिया है।
पुलिस को बताया- बदमाश कार व रुपये लूटकर ले गए
मामला दुर्ग जिले का होने के कारण पुलिस ने दिलशाद को धमधा भेज दिया। वहां उसने पुलिस को बताया कि कुछ लोगों ने उसे रास्ते में रोका और कार व रुपये लूटकर भाग गए। इस पर पुलिस ने जांच शुरू की। पूछताछ के दौरान पुलिस को दिलशाद की कहानी पर संदेह हुआ तो उन्होंने सख्ती से पूछताछ की। इस पर दिलशाद ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर लूट की झूठी कहानी गढ़ने की बात स्वीकार कर ली।
तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया
दुर्ग एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि आरोपी दिलशाद ने अपने साथी सिकंदर और सफात खान के साथ मिलकर मनगढ़ंत कहानी रची थी। खैरागाढ से लौटने के बाद इन्होंने धमधा थाना क्षेत्र मे ठेलका चौक के पास लूट हो जाने की झूठी शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद जब जांच शुरू की गई। और आरोपियों से पूछताछ की गई। पूछताछ में आरोपियों ने वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया है।