पटियालाएक घंटा पहले
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- 14 सितंबर को छात्रों और प्रशासन के बीच टकराव का मामला
भास्कर न्यूज | पटियाला देशभगत यूनिवर्सिटी मंडी गोबिंदगढ़ में गत वीरवार छात्रों और प्रशासन के बीच टकराव के मामले में थाना पुलिस ने छात्रों के बयानों के आधार पर चांसलर जोरा सिंह और उसकी पत्नी तेजिंदर कौर सहित 12 लोगों को नामजद किया है। वहीं, कुल 16 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की है। स्टूडेंट्स का आरोप है कि चांसलर और उनकी पत्नी सहित यूनिवर्सिटी प्रशासन के लोगों ने उनसे मारपीट की।
बीएससी नर्सिंग बैच 2020 (मौजूदा थर्ड ईयर) के स्टूडेंट ने पुलिस को शिकायत दी कि वह सभी स्टूडेंट्स सरदार लाल सिंह कॉलेज में बीएससी नर्सिंग 2020 के स्टूडेंट हैं और उक्त कॉलेज के हॉस्टल में ही रह रहे हैं। उनका कॉलेज प्रशासन के साथ कॉलेज की मान्यता को लेकर साल 2021 से विवाद चल रहा है, लेकिन हर बार उन्हें विश्वास दिला दिया जाता कि उनको पढ़ाई पूरी होने के बाद डिग्री मिल जाएगी। अब वह थर्ड ईयर की पढ़ाई पूरी करने वाले हैं, तब भी डिग्री की मान्यता को लेकर उन्हें कुछ भी स्पष्ट नहीं किया जा रहा।
शिकायतकर्ता का आरोप-बाउंसर बुलाकर की गई मारपीट शिकायतकर्ता स्टूडेंट ने बताया कि 28 अगस्त से सभी स्टूडेंट कॉलेज की मान्यता को लेकर शांतमयी ढंग से प्रदर्शन कर रहे थे। उन्हें पता चला कि 14 सितंबर को कॉलेज की ग्रेडिंग के लिए एनएएसी टीम ने आना है।
14 सितंबर को सुबह करीब 7 बजे उन्होंने शांतमयी ढंग से प्रदर्शन शुरू किया। सुबह करीब 9 बजे कॉलेज के कुलपति जोरा सिंह अपनी पत्नी तेजिंदर कौर, वाइस प्रेसिडेंट हर्षदीप सिंह, पैरामेडिकल एचओडी एचके सिद्धू, सिक्योरिटी इंचार्ज दर्शन सिंह सोनू वेल्डर, सीएसओ कुलदीप सिंह, स्टाफ मेंबर हरविंदर सिंह, संदीप, खुशबू, लव संपूर्ण डायरेक्टर, संदीप सिंह प्रेसिडेंट (उक्त सभी पर केस दर्ज हुआ है) और 30 से 35 अज्ञात लोग उनके पास आए और धमकियां देने और धक्कामुक्की करने लगे।
उन्होंने झगड़े की नीयत से उन पर पत्थरांे से हमला कर दिया। पीड़ित के मुताबिक आरोपी उनके साथ वहां मौजूद लड़कियों को साइड करते हुए धक्के से यूनिवर्सिटी का गेट तोड़कर अंदर घुस आए व पत्थरों से हमला कियाा। इससे उनके साथी नीतिका, अब्दुल रशीद, हुशाईरा, अंजलि झा, शगुफ्ता, अंजली, रजक को गंभीर चोट आई। उनको यूनिवर्सिटी अस्पताल में भर्ती करवाया।
इसके बाद उन्होंने अपना शांतमयी प्रदर्शन जारी रखते हुए यूनिवर्सिटी में आए और प्रदर्शन करने के लिए कुलपति ऑफिस गए। वहां पहले से ही यूनिवर्सिटी स्टाफ ने प्राइवेट बाउंसर मंगवा रखे थे। जब अंदर जाकर बात करने की मांग की तो यूनिवर्सिटी का स्टाफ और प्राइवेट बाउंसर उनसे मारपीट करने लगे।
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