मुजफ्फरपुरएक घंटा पहले
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दैनिक भास्कर की तरफ से आयोजित काव्य उत्सव में कविता पाठ करते कवि।
कभी हास्य तो कभी व्यंग्य और वीर रस से सराबोर एक से बढ़कर एक रचनाएं। हंसाती तो कभी गुदगुदाती। कभी सोचने को मजबूर करती। मौका था भास्कर के काव्य रास का। कार्यक्रम का उदघाटन दीप प्रज्वलित कर किया गया। बूंदाबन्दी के बीच कवियों के हास्य रस पर श्रोताओं ने खूब तालियां बजाई। राजस्थान से आए रामबाबू सिकरवार ने फिल्मी पैरोडी पर एक से बढ़ कर एक रचनाएं प्रस्तुत की। राजनीति से लेकर अफसरशाही और भ्रष्टाचार से लेकर योजनाओं की लूट पर गजब का कटाक्ष किया। मायावती से लेकर अखिलेश की राजनीतिक उतार चढ़ाव पर खूब व्यंग्य बाण चले। श्रोताओं ने भी हर राजनीतिक व्यंग्य को सराहा। श्रोताओं में काफी उत्साह दिखा। कार्यक्रम में सैकड़ों की संख्या में श्रोता उपस्थित थे।

काव्य उत्सव का आनंद लेते श्रोतागण।
नवाबों के शहर लखनऊ से आए कवि प्रख्यात मिश्रा ने भी खूब समा बांधा। अपने कविता से श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया। यूपीएससी से लेकर बिहार के युवाओं के मौजूदा परिवेश पर भी कविता पाठ की। कवियत्री श्वेता सिंह ने सर्वप्रथम सरस्वती वंदना की। उसके बाद व्यंग के जरिए अपनी बात रखी। इशारों ही इशारों में हो..जुबां से कुछ बयां न हो.. सनम ने इश्क़ में ऐसी अजब सी शर्त रख दी है..की दिल मे आग तो उठे..लेकिन कही धुंआ न हो। इस कविता के बाद श्रोताओं ने जमकर तालियां बजाई।
कार्यक्रम में प्रभारी जिला अधिकारी, नगर आयुक्त, आईटी मिनिस्टर इसराइल मंसूरी, नगर विधायक विजेंद्र चौधरी, मेयर निर्मला साहू, पूर्व मंत्री अजित कुमार, गायघाट विधायक निरंजन राय, डिप्टी मेयर मोनालिसा समेत शहर के कई गणमान्य लोग मौजूद हुए। नमुख्य कवियों राम बिहारी गौड़, दिनेश दिग्गज, हाशिम फिरोजाबादी, श्वेता सिंह और रामबाबू सिकरवार मौजूद रहे। दैनिक भास्कर काव्य उत्सव का आयोजन जिले के नगर थाना क्षेत्र स्थित होटल लिच्छवी विहार में किया गया।
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