नाला सफाई का फर्जी भुगतान: बिना नापे ही नियम विरूद्ध 3 साल बाद पेमेंट, मजदूरों का काट लिया पीएफ और ESI

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कानपुर24 मिनट पहले

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कानपुर नगर निगम में पकड़ा गया नाला सफाई का फर्जी भुगतान।

नगर निगम में एक बार फर्जी भुगतान का जिन्न बाहर आया है। सरकारी धन की बर्बादी इस प्रकार की गई कि नाला सफाई के नाम पर 46 लाख रुपए का भुगतान फर्जी तरीके से कर दिया गया। प्रिंसिपल अकाउंट जनरल ने ऑडिट में इस मामले को पकड़ा है। वर्ष-2019 में नाला सफाई का भुगतान 3 साल बाद 2022 में किया गया। जोन-3 और 5 में कार्यों का फर्जी भुगतान किया गया।

कितनी मीटर नाला सफाई की, ये भी नहीं पता
ऑडिटर ने आपत्ति लगाकर नगर आयुक्त से मामले में जवाब तलब किया है। दरअसल, बिल का फर्म द्वारा न तो सत्यापित किया गया और न ही बिल में ये लिखा गया कि कितने मीटर नाला सफाई की गई। वर्ष-2019 में ही मास्टर रोल में भुगतान होने के बाद भी 3 साल बाद भुगतान किया गया।

पेमेंट 54 लाख की, भुगतान किया 46 लाख
ऑडिट में ये भी सामने आया कि आखिर 54.45 लाख का धनराशि का पेमेंट होना था, लेकिन 46.42 लाख रुपए का ही भुगतान किया गया। ये पूरा भुगतान नाला सफाई के लिए मैनपावर सप्लाई करने वाली आउटसोर्सिंग कंपनी को किया गया। अब ऑडिट विभाग ने टेंडर से जुड़े तमाम दस्तावेज तलब किए हैं।

मजदूरों का काट लिया पीएफ और ESI
नाला सफाई मामले में एक और फर्जीवाड़ा पकड़ा गया है। इसमें दैनिक मजदूरी के हिसाब से मजदूरों को भुगतान दर्शाया गया है। इसके बावजूद मजदूरों का पीएफ का 13% और ESIC का 4.75% की कटौती की गई। इस कटौती को बिल में भी जोड़ा गया है।

इस प्रकार किया गया भुगतान
जोन- वर्क डिटेल- धनराशि- भुगतान
03- मैन पॉवर- 26,66,446- 22,73,147 रुपए
05- मैन पॉवर- 27,78,734- 23,68,873 रुपए

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