पीएसईबी 10वीं का नतीजा: बेटियां इस बार भी टाॅपर्स, स्टेट मेरिट में 12 स्थान पर काबिज निशा रानी 98.46 प्रतिशत अंक के साथ जिले में प्रथम

Punjab

  • Hindi News
  • Local
  • Punjab
  • Kapurthala
  • Daughters This Time Also Toppers, Nisha Rani, Occupying 12th Position In State Merit, First In The District With 98.46 Percent Marks

कपूरथला2 घंटे पहले

  • कॉपी लिंक
सरकारी स्कूल खैड़ा दोनां में पढ़ने वाली निशा रानी जो जिले में अव्वल रही, पारिवारिक मेंबर उसका मुंह मीठा करवाते हुए। - Dainik Bhaskar

सरकारी स्कूल खैड़ा दोनां में पढ़ने वाली निशा रानी जो जिले में अव्वल रही, पारिवारिक मेंबर उसका मुंह मीठा करवाते हुए।

पीएसईबी ने शुक्रवार 12 बजे 10वीं कक्षा की परीक्षा का नतीजा घोषित कर दिया। जिले में पहले तीन स्थानाें पर बेटियाें ने अपना नाम दर्ज करवाया। इनमें दो छात्राएं सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल, खैड़ा दोनां की हैं। लिहाजा, कपूरथला जिला 98.02 प्रतिशतता के साथ प्रदेश में दूसरे स्थान पर आया, जबकि पिछले वर्ष 8वें स्थान पर रहा था।

पिछले साल पहले दाे स्थानाें पर बेटियां और तीसरे पर लड़का रहा था। इस बार बढ़िया नतीजों को देखते हुए जिला शिक्षा अधिकारी दलजीत कौर व उपजिला शिक्षा अधिकारी बिक्रमजीत सिंह ने अध्यापकों व छात्रों को मुबारकबाद दी। जिलेे की 12 लड़कियों ने स्टेट मेरिट में स्थान बनाया।

पहले स्थान पर सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल खैड़ा दोनां की निशा रानी (640 अंक यानी 98.46%) व दूसरे स्थान पर सरकारी सीनियर सेकेंडरी बलेरखानपुर की अंकिता शर्मा (638 अंक यानी 98.15%) रही। तीसरा स्थान खैड़ा दाेनां के ही उक्त स्कूल की छात्रा शुभरीत (636 अंक यानी 97. 84%) ने हासिल किए। सरकारी हाई स्कूल, हमीरा की छात्रा मनप्रीत कौर ने भी 636 नंबर प्राप्त किए। जिला उप शिक्षा अधिकारी के अनुसार, इस बार 7310 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी थी, जिसमें से 7238 पास हाे गए।

मेडिकल स्ट्रीम की पढ़ाई करना चाहती है निशा
पीएसईबी 10वीं का नतीजे में पहला स्थान प्राप्त करने वाली निशा रानी 11वीं कक्षा में मेडिकल विषय में पढ़ाई करना चाहती है। उसके पिता जसविंदर सिंह विदेश में रहते हैं। माता निर्मला देवी घर संभालती हैं। निशा का कहना है कि सेशन शुरू होते ही उसने पढ़ाई के लिए प्लानिंग कर रखी थी।

वह स्कूल से आकर थोड़ा आराम करती, फिर पढ़ाई करना शुरू कर देती थी। उसे यकीन था कि वह दसवीं कक्षा के नतीजों में मेरिट में आएगी। उसने 650 में से 640 नंबर हासिल किए। अब उसकी मेहनत का फल मिल गया। जब भी पढ़ाई में बाधा आती थी तो टीचर उसकी मदद करते थे। इस मुकाम तक पहुंचने के लिए उसकी माता व अध्यापकों ने साथ दिया।
अंकिता काे था पढ़ाई का जुनून, दूसरे स्थान पर छाई

दूसरे स्थान पर रही अंकिता शर्मा बेहद खुश है। उसने फाेन पर बताया कि 10वीं के पेपराें की तैयारी के दिनाें में वह राेज केवल 6 घंटे ही सोती थी। बाकी समय पढ़ाई की तरफ ध्यान देती थी। उसका एक ही जुनून था कि वह पहले या दूसरे स्थान पर आए।

उसने दिल लगाकर पढ़ाई की। उसके पिता संजीव कुमार इलेक्ट्रिशियन और माता टीचर हैं। उसने 11वीं कक्षा के लिए सुपर मेडिकल विषय चुना। उसने स्कूल ऑफ एमिनेंस की परीक्षा भी दे रखी है। उसकाे ड्राइंग करने का भी बेहद शौक है।


Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *