फाजिल्का11 घंटे पहले
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स्कूल के बाहर धरने पर बैठे बच्चे और अभिभावक।
पंजाब के फाजिल्का जिले में ग्राम मुहार सोना, मुहार खीवा (मनसा), मुहार खीवा (भवानी) व मुहार जमशेर की पंचायत, किसान मजदूर संघर्ष कमेटी, ग्रामीणों और बच्चों का मुहार सोना हाई स्कूल के सामने धरना दूसरे दिन भी जारी रहा। इस मौके पर किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के नेता जगदीश सिंह मनसा ने कहा कि 2021-22 में उस समय की पंजाब की कांग्रेस सरकार ने इस स्कूल को सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में तब्दील कर दिया था।
सरकार के स्कूल अपग्रेड नहीं करने के फैसले का विरोध
इसके बाद प्रशासन के पदाधिकारी ग्राम पंचायत व वर्तमान विधायक दविंदर सिंह घुबाया ने इसका उद्घाटन व शिलान्यास किया। उस समय करीब 70 बच्चों का दाखिला 11वीं-12वीं हुआ था, लेकिन अब 2023 में पंजाब की मौजूदा सरकार का कहना है कि यह स्कूल सीनियर सेकेंडरी स्कूल नहीं है, जिसके कारण बच्चों को 11वीं-12वीं में प्रवेश नहीं दिया जा सकता है। ग्राम पंचायत और छात्रों के अभिभावकों ने इस फैसले का विरोध जताया है।

स्कूल के बाहर धरने पर बैठे अभिभावक।
दूसरे गांव स्कूल जाने वाली लड़की की हादसे में मौत हुई थी
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि हमारे आसपास के 20 किलोमीटर के क्षेत्र में कोई सीनियर सेकेंडरी स्कूल नहीं है और उनके बच्चों को पढ़ने के लिए 20 किलोमीटर दूर जाना पड़ता है, जिससे रास्ते में बच्चों के साथ लूटपाट होने का खतरा बना रहता है। इसके अलावा उनकी बच्चियों के साथ बुरे हादसे का भी खतरा बना रहता है। पिछले महीने उनके गांव की एक लड़की की 12वीं की परीक्षा देकर गांव लौटते समय सड़क हादसे में मौत हो गई थी।
पाकिस्तान सीमा पास होने से भी दिक्कतें उठानी पड़ती
इस वजह से अब बाकी बच्चों के माता-पिता को डर सता रहा है कि कहीं उनके बच्चों के साथ ऐसा हादसा न हो जाए। इसके अलावा पाकिस्तान सीमा के बेहद करीब रहने से उन्हें और भी कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इस वजह से उन्होंने वर्तमान मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान, शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस और फाजिल्का के मौजूदा विधायक नरिंदरपाल सिंह सावना से इस स्कूल को जल्द से जल्द सीनियर सेकेंडरी स्कूल में अपग्रेड करने की गुहार लगाई है।
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