बलरामपुर25 मिनट पहले
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तेंदुए के हमले से कई लोग घायल हुए हैं।
बलरामपुर के सुहेलवा वन्यजीव प्रभाग के जंगली क्षेत्रों में तेंदुए का हमला लगातार जारी है। पिछले एक पखवारे में तेंदुए के हमले में 15 से अधिक लोग घायल हो चुके हैं, जबकि एक बच्ची की मौत हो चुकी है। तेंदुए के लगातार हो रहे हमलों से ग्रामीणों में डर है।
ग्रामीणों ने वन विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया। बुधवार को तेंदुए ने एक बार फिर हमला कर दो बच्चों सहित 5 लोगों को घायल कर दिया। घायलों को तुलसीपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बुधवार की शाम जनकपुर के बसंतपुर गांव के बाहर कुछ बच्चे खेल रहे थे तभी झाड़ी में बैठे तेंदुए ने बच्चों पर हमला कर दिया। शोर सुनकर बच्चों को बचाने दौड़े तीन अन्य ग्रामीणों को भी तेंदुए ने घायल कर दिया। हमले में परमात्मा (10), लालू (19), प्रदीप (26), फैजान (24), विजय (19) घायल हो गए। घायलों में विजय और परमात्मा को तुलसीपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज किया जा रहा है।

तेंदुए के हमले से कई लोग घायल हुए हैं।
वन्य जीव दिखने पर न करें छेड़छाड़
तेंदुए के लगातार हो रहे हमले के कारण ग्रामीणों में गुस्सा है। ग्रामीणों ने वन विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया है। तेंदुए के हमले की जानकारी मिलते ही वनाधिकारी डॉ. सेम मारन एम क्षेत्रीय वनाधिकारी एम बाक्स सिंह सहित तमाम वन विभाग और पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों से बात करते हुए उन्हें सुरक्षा का भरोसा दिलाया। वनाधिकारी ने ग्रामीणों से अपील करते हुए कहा कि फसलों की कटान के कारण खेत खाली हो रहे हैं। ऐसे में वन्य जीवों के खेतों में छिपे रहने की संभावना ज्यादा रहती है। खेतों में काम करते समय सतर्कता अवश्य बरतें और तेंदुआ या अन्य कोई वन्य जीव दिखाई देने पर उनके साथ छेड़छाड़ न करें। इसकी जानकारी तत्काल वन विभाग को दें ताकि आवश्यक कदम उठाए जा सकें।
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