गोरखपुर20 मिनट पहले
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गोरखपुर के माफियाओं में पुलिस का खौफ दिखने लगा है। पुलिस के डर से माफिया सुधीर सिंह ने महाराजगंज के कोर्ट में सरेंडर कर दिया। गोरखपुर पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दे रही थी। साथ ही अब उसपर इनाम घोषित करने की तैयारी कर रही थी। ऐसे में सुधीर ने गुरुवार को श्यामदेउरवा थाने में दर्ज 20 साल पुराने मामले में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के न्यायालय में सरेंडर कर दिया।
सरेंडर के बाद कोर्ट ने उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया। हालांकि, महाराजगंज कोर्ट में सरेंडर के दौरान कचहरी परिसर से लेकर जेल के बाहर तक बड़ी संख्या में उसके समर्थकों का काफिला रहा।
कोर्ट ने जारी किया था वारंट
दरअसल, सहजनवा इलाके के कालेसर गांव का रहने वाला सुधीर सिंह यूपी के टॉप माफियाओं की लिस्ट में शामिल होने के साथ ही गोरखपुर के टॉप 10 माफियाओं में से एक है। सुधीर साल 2003 में महराजगंज के श्यामदेउरवा थाने में हुई लूट के एक मुकदमे में वांछित चल रहा था। कोर्ट ने उसके खिलाफ अप्रैल 2008 में ही गैर जमानती वारंट जारी कर रखा था। पुलिस लंबे
समय से उसकी तलाश कर रही थी।

माफिया सुधीर सिंह पर अब तक 37 केस दर्ज हैं। वह जिले का टॉप-10 अपराधी है।
3 गाड़ियों के काफिले और गुर्गों संग कोर्ट पहुंचा माफिया
गुरुवार को दोपहर में तीन गाड़ियों के काफिले और गुर्गों के साथ सुधीर सिंह महराजगंज कोर्ट पहुंचा। गाड़ी से उतरते ही वह सीधे मुख्य न्याायिक मजिस्ट्रेट के न्यायालय में पहुंच गया। वहां पहले से मौजूद उसके वकील ने जरूरी कागजात पूरे कर लिए थे। कोर्ट में सरेंडर के बाद मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सौरभ श्रीवास्तव ने उसे जेल भेज दिया। साथ ही संबंधित मुकदमे में सुनवाई की अगली तिथि 8 जून तय कर दी।
महराजगंज SP डा. कौस्तुभ ने बताया, पुलिस आपरेशन शिकंजा के तहत पुराने मुकदमों में पैरवी कर आरोपितों को सजा दिलाने का अभियान चला रही है। श्यामदेउरवा थाने में दर्ज 20 साल पुराने मुकदमे में माफिया सुधीर सिंह ने न्यायालय में सरेंडर किया है। वहां से उसे जेल भेज दिया गया है।
- अब आइए जानते हैं, कौन है सुधीर सिंह…?

सुधीर सिंह की अब तक 10 करोड़ की संपत्ति जब्त की जा चुकी है।
सुधीर की 10 करोड़ की संपत्ति हो चुकी है जब्त
यूपी के टाप 61 माफियाओं की सूची में शामिल गोरखपुर के पिपरौली ब्लाक के पूर्व ब्लाक प्रमुख माफिया सुधीर सिंह की अब तक 10 करोड़ की संपत्ति जब्त की जा चुकी है। इसके अलावा पुलिस और प्रशासन ने उसकी लग्जरी गाड़ियों को भी जब्त किया था। सुधीर सिंह का नाम प्रदेश की सूची के साथ ही जिले और गोरखपुर जोन के टॉप टेन माफिया की सूची में भी शामिल है।
38 मुकदमे दर्ज हैं सुधीर सिंह पर
पिपरौली ब्लाक के पूर्व प्रमुख सुधीर सिंह पर कुल 38 मुकदमे दर्ज है। शासन के निर्देश पर जिला प्रशासन चिन्हित माफिया पर गैंगस्टर की कार्रवाई करने के साथ ही अपराध से अर्जित संपत्ति को जब्त कर रहा है। इसी क्रम में सुधीर की दो फाच्र्यूनर गाड़ी, शाहपुर के एल्युमिनियम फैक्ट्री और सहजनवां के कालेसर स्थित मकान, तीन बीघा जमीन काे जब्त कर लिया गया है।
सुधीर व उसकी पत्नी के नाम से आइसीआइसीआइ और एचडीएफसी बैंक में चार खाते हैं, जिसे जिलाधिकारी ने सीज कर दिया है। दो साल पहले भी जिला प्रशासन ने सुधीर की संपत्ति को जब्त किया था।
बसपा से विधानसभा चुनाव लड़ चुका है सुधीर
सुधीर सिंह बसपा के टिकट पर 2022 का विधानसभा चुनाव भी लड़ चुका है। वह सहजनवा से चुनाव लड़ा था। उसपर रंगदारी, गैंग बनाकर जमीनों को कब्जा करने का आरोप है। साथ ही हत्या और हत्या के प्रयास के भी केस दर्ज हैं।

अब निशाने पर माफिया विनोद
सुधीर के जेल जाने के बाद अब प्रशासन के निशाने पर जिले का एक और माफिया विनोद उपाध्याय है। विनोद के खिलाफ भी साल 2010 में दर्ज हुए मुकदमे में वारंट जारी हुआ है। साथ ही उसने दो दिन पहले अभी गोरखपुर में एक पूर्व सरकारी वकील से रंगदारी भी मांगी है। इस मामले में भी उसके खिलाफ गुलरिहा थाने में केस दर्ज हुआ है। वहीं, वारंट जारी होने के बाद से ही क्राइम ब्रांच और शाहपुर थाने की पुलिस उनकी तलाश में छापेमारी कर रही है। विनोद का नाम भी टॉप 10 बदमाशों की सूची में शामिल है।
राजधानी में काम फैला रहा विनोद
विनोद उपाध्याय पर 23 गंभीर मुृकदमे दर्ज हैं। विनोद राजनीति का चोला भी पहन चुका है। एक पार्टी से राजनीति करते हुए भी उन्हें अपराध में लिप्त पाया गया था। तब पार्टी ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया था। सूत्र बताते हैं कि विनोद उपाध्याय लखनऊ और दिल्ली में अपना पांव पसार रहा है। यहां पर जमीन और अन्य बिजनेस में अपना पैसा लगाया हुआ है।
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