वाराणसी17 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
वाराणसी के घाटों से सिल्ट हटाने का काम शुरू।
वाराणसी में लगातार गंगा का जलस्तर घट रहा है। जलस्तर घटने की वजह से घाटों पर सिल्ट जमा हो गया है। जिससे काशी आने वाले पर्यटकों को गंगा स्नान और एक घाट से दूसरे घाट तक जाने में समस्या का सामना करना पड़ रहा है। सिल्ट जमा होने की वजह से घाट की खूबसूरती भी बिगड़ी हुई नजर आ रही है। जिसको ध्यान में रखते हुए नगर निगम और स्थानीय लोगों द्वारा साफ-सफाई का काम शुरू कर दिया गया है।

पंप की मदद से घाटों की हो रही सफाई
घाटों पर सिल्ट जमा होने की वजह से घाटों का संपर्क अभी भी टूटा हुआ है। घाट की खूबसूरती भी बिगड़ी नजर आ रही है। लेकिन अब पुनः घाटों के साफ-सफाई के लिए नगर निगम द्वारा 32 पंप और इसके साथ ही प्रमुख घाटों पर स्थानीय लोगों द्वारा खुद से पंप लगाकर घाट से सिल्ट हटाने का काम शुरू कर दिया गया हैं। मौजूदा समय में वाराणसी के अस्सी घाट, रीवा घाट, तुलसी घाट, जैन घाट, निरंजनी घाट, चेतसिंह घाट, शिवाला घाट सहित दूसरे घाटों पर सिल्ट के अंबार देखने को मिल रहे है। घाटों की सीढ़ियों पर जमे इन सिल्ट के कारण पर्यटकों के साथ श्रद्धालुओं को भी खासी परेशानी हो रही है।

45 दिनों में सिल्ट की हो जायेगी सफाई
अपर नगर आयुक्त एनपी सिंह ने बताया कि मौजूदा समय में कुल 32 पंप लगाया गया हैं। सबसे पहले प्रमुख घाटों की साफ-सफाई कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि अभी गंगा के जलस्तर में वृद्धि हो सकता हैं। इसलिए प्रमुख घाटों पर ही काम लगाया गया हैं। लेकिन 45 दिनों में पूरे घाटों से सिल्ट को हटावा दिया जायेगा। मौजूदा समय में अस्सी घाट, केदार घाट, चेतसिंह, दशाश्वमेध घाट, नमो घाट सहित अन्य प्रमुख घाटों पर पंप लगाकर सिल्ट हटाने का काम चल रहा है।

स्थानीय लोगों द्वारा लगवाया गया है पंप
वाराणसी के घाटों पर एक तरफ जहां नगर निगम द्वारा सिल्ट हटाने के लिए पंप लगाया गया है, तो वहीं स्थानीय लोगों द्वारा भी पंप लगाकर सिल्ट हटाने का काम किया जा रहा है। अस्सी घाट पर तीर्थ पुरोहित बलराम मिश्रा ने बताया कि मौजूदा समय में कुल तीन पंप लगाए गए हैं। जिससे घाट पर मौजूद सिल्ट को हटाया जा रहा है। अस्सी घाट पर बड़ी संख्या में गंगा आरती में शामिल होने के लिए पर्यटक पहुंचते हैं। सिल्ट जमा होने के कारण उन्हें समस्या होती थी। इस कारण हम लोगों ने भी पंप लगाकर साफ-सफाई का काम शुरू किया है।
Source link