साइबर सेल टीम ने साइबर ठगी गैंग का किया पर्दाफाश: कुशीनगर से ठग देते थे भाड़े पर खाता, ठगी के 1 करोड़ 20 लाख का मिला रिकार्ड, तीन गिरफ्कार

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कुशीनगर23 मिनट पहले

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सेवरही थाने की पुलिस के साथ साइबर सेल की टीम ने साइबर ठगी गैंग का पर्दाफाश किया। पुलिस ने तीन ठगों को गिरफ्तार किया है। ग्रामीण इलाकों से लोगों के फर्जी दस्तावेजों पर बैंक खाता खोल हैकरों को किराए पर खाता नंबर उपलब्ध कराते थे। इनके पास से फर्जी दस्तावेजों पर निकल गए सिम, लोगों के आधार व पैन कार्ड, मोटरसाइकिल, धोखाधड़ी में उसे खाता नंबर व पासबुक के साथ कैश बरामद हुए।

पुलिस अधीक्षक कुशीनगर धवल जयसवाल ने शनिवार को एक कांफ्रेंस के दौरान सेवरही थाने की पुलिस और साइबर सेल की बड़ी कामयाबी के बारे में बताया। एसपी के अनुसार बिन टोलिया कस्बा सेवरही के पास से साइबर अपराध में संलिप्त 3 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया । जिनकी पहचान बुलेट कुमार चौरिया पुत्र अमरजीत चौरसिया जो उचकागांव जिला गोपागलंज राज्य बिहार का तो दूसरा अमित चौरसिया पुत्र जगदीश चौरसिया व करन जायसवाल पुत्र राकेश जायसवास सब्जी मण्डी तमकुहीरोड थाना सेवरही जनपद कुशीनगर के रूप में हुई।

इनके पास से ये सामान हुआ बरामद

इनके पास से कुल 51,000 रुपये, 64 अदद फर्जी सिम कार्ड, 20 अदद आधार कार्ड, 11 पासबुक कई बैंको के सादे, 5 मोबाइल जिनके डेटा सहित 8 फर्जी वाले एकाउंट में किये लगभग एक करोड़ 20 लाख रूपयों की विवरण मिला है। एक चोरी की मोटर साइकिल भी पुलिस ने बरामद की है।

ग्रामीण इलाके से कोलकाता और मुम्बई के हैकरों को भी देते थे सहारा

सपी धवल जैसवाल के अनुसार अंतर्राज्यीय साइबर ठगी गैंग के द्वारा सीएससी सेंटर से मिलकर गांव के भोले-भाले गरीब लोगों को पैसों का लालच देते। उनसे खाते खुलवाने हेतु उनके उनके आधार व उनके फिंगर के इस्तेमाल से नई सिम चालू कराते। उनके नाम से अकाउंट खुलवाकर खाते में बिना उनकी जानकारी के फर्जी सिम से अकाउंट लिंक करवा देते। उसी सिम नम्बर के प्रयोग से उन खातों में बिना उनकी जानकारी के आनलाइन फर्जी तरीके से पैसों का लेन-देन करते। ये लोगो के खातों से संबंधित पासबुक, चेकबुक व एटीएम कार्ड प्राप्त कर लेते हैं। जिसका उन लोगों को पता नहीं लग पाता।

अब तक एक करोड़ 20 लाख की ठगी का मिला सुराग

इन अंतर्राज्यीय साइबर ठगों द्वारा ऑनलाइन हैकरों को वही अकाउंट 14000 में बेचकर उसमें भिन्न-भिन्न प्रदेशों और जनपदों से साइबर फ्रॉड किए गए रूपयों को मंगा कर उनमें कमीशन लेते। साइबर ठगों द्वारा अब तक कुल आठ खातों में प्रथम दृष्ट्या एक करोड़ 20 लाख का ट्रांजैक्शन ऑनलाइन प्राप्त हुआ है। इन साइबर अंतर्राज्यीय गैंग के अन्य सक्रिय सदस्यों की गिरफ्तारी हेतु पुलिस टीमें लगाई गई हैं।


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