सूरत33 मिनट पहले
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सूरत शहर के नीलगिरी मैदान में लगा बागेश्वर बाबा का दरबार।
सूरत शहर के लिम्बायत क्षेत्र में नीलगिरी सर्किल के पास शुक्रवार को बागेश्वरधाम पीठाधीश पंडित धीरेन्द्र शास्त्री का दिव्य दरबार लगा। डेढ लाख से अधिक की भीड़ से खचाखच भरे पांडाल में धीरेंद्र शास्त्री ने एक-एक करके नाम पुकारा और उनकी समस्याएं सुनीं और उपाय बताए।
अपने चिरपरिचित अंदाज में बाबा ने भक्तों काे सम्बोधित किया। शास्त्री को देखने और अपनी अर्जी लगाने के लिए कई राज्यों से हजारों की संख्या में श्रद्धालु दिव्य दरबार में पहुंचे।

एक किलोमीटर लंबा रोड शो करते हुए धीरेंद्र शास्त्री नीलगिरी मैदान पहुंचे।
चिलिचलाती धूप भी भक्तों को नहीं रोक पाई
दो दिवसीय दिव्य दरबार के लिए शास्त्री गुरुवार रात ही सूरत पहुंचे गए थे, लेकिन उनका दरबार शाम पांच बजे से लगना था। नौतपा की चिलिचलाती धूप भी बाबा के भक्तों के उत्साह को रोक नहीं पाई। सुबह 4 बजे से दरबार के लिए लोगों की भीड़ ग्राउंड में लगना शुरू हो गई थी।
राजस्थान, हरियाणा, महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश सहित कई राज्यों के लोग सुबह ही आ गए थे। दोपहर तीन बजे तक करीब 50 हजार लोगों की भीड़ जुट गई। शाम होते-होते पूरा ग्राउंड भर गया और उसमें पैर रखने की भी जगह नहीं दिख रही थी।

धूप से बचने के लिए कपड़ों का सहारा लेते भक्त।
कई लोग छोटे बच्चों को लेकर भी दरबार में पहुंचे
दिनभर पूरे पांडाल में जय-जय श्रीराम, जय बाबा बागेश्वरधाम के जयघोष गूंजते रहे। कई लोग छोटे-छोटे बच्चों को लेकर दरबार में पहुंचे तो बुजुर्ग भी शास्त्री की एक झलक पाने के लिए आए। शाम 6:25 बजे बाबा ने एक किलोमीटर का रोड शो किया और सड़क के दोनों उमड़ी भीड़ का आभार व्यक्त किया।
दिव्य दरबार के आसपास पुलिस का तगड़ा बंदोबस्त लगाया गया था। नीलगिरि सर्किल से एक चौराहे पहले पुलिस ने बैरिकेडिंग कर फोर्स तैनात कर दी थी।

बागेश्वर बाबा 2 जून तक गुजरात के कई शहरों में लगाएंगे दरबार।
सुबह 4 बजे से परिवार के साथ बैठा हूं : सुरेश
बेंगलुरु से आए सुरेश भाई का कहना था कि सूरत में बाबा के आने की जानकारी लगी। ट्रेन ने रात 2 बजे ही सूरत छोड़ दिया था। करीब 4 बजे पंडाल में आ गया हूं। मैं मूलतः राजस्थान का हूं और यह छठवीं जगह है जब मैं बाबा के दरबार में हाजिरी लगाने आया हूं।
अव्यवस्था ने लोगों को किया परेशान, बच्चे गुमे, चोट लगी
दिव्य दरबार में आए लोगों को अव्यवस्थाओं का भी सामना करना पड़ा। ग्राउंड में कई बच्चे भी गुम हुए, इन्हें लोगों की मदद से पुलिस ने माता-पिता से मिलवाया। भीड़ के कारण धक्का-मुक्की में कई लोगों की चप्पल, चश्मा भी खो गए। कार्यक्रम स्थल पर भीड़ इतनी अधिक बढ़ गई थी कि पुलिस को बल प्रयोग भी करना पड़ा। इस दौरान कुछ बच्चों और बुजुर्गों को चोट भी आई।
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