सोने का मुकूट पहनकर आनंद मोहन बोले-छेड़ोगे तो छोड़ूंगा नहीं: मोतिहारी में विरोधियों पर तंज-कुत्तों की नसबंदी करने निकला हूं;14 सुई लेने को तैयार

Bihar

मोतिहारी4 मिनट पहले

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पूर्व सांसद आनंद मोहन रिहाई के बाद से आक्रामक दिख रहे हैं। वो अपने विरोधियों को लगातार निशाने पर ले रहे हैं। शुक्रवार को मोतिहारी में उन्होंने कहा कि मैं किसी को छेड़ता नहीं, लड़ता नहीं, लेकिन कोई छेड़े दे तो फिर मैं छोड़ता भी नहीं।

किसी का नाम किए बगैर उन्होंने विरोधियों पर तंज कसते हुए कहा कि कुत्तों की नसबंदी के लिए निकला हूं। 14 सुई तो लेनी होगी।

बता दें कि पूर्व सांसद ने 23 नवंबर को पटना में भव्य रैली करने का ऐलान किया है। वह बिहार भर में घूमकर लोगों को न्योता दे रहे। इसी दौरान शुक्रवार को वो पत्नी और दोनों बेटों के साथ मोतिहारी के पताही पहुंचे। यहां समर्थकों ने उनको सोने का मुकुट पहनाया।

पताही का इलाका शिवहर संसदीय क्षेत्र में आता है। आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद यहां से सांसद रहीं हैं। एक निजी कार्यक्रम में उनका भव्य स्वागत किया गया।

समर्थकों ने आनंद मोहन को पहनाया सोने का मुकुट।

समर्थकों ने आनंद मोहन को पहनाया सोने का मुकुट।

रैली में पटना को पाट नहीं दिया तो आनंद मोहन नाम नहीं

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंच से उन्होंने बिना किसी का नाम लिए कहा कि मुझसे कोई क्या साजिश करेगा, 17 साल की उम्र में ही मैंने साजिश से दोस्ती कर ली थी।

जेल से रिहा होने पर सवाल उठाने वालों को भी उन्होंने मंच से खरी खोटी सुनाई। विरोधियों को खुले मंच से चैलेंज देते हुए कहा कि जो डर गया, समझो वह मर गया। उन लोगों ने बहुत गलत नंबर डायल कर दिया है जिसका जवाब 23 नवंबर को मिलेगा। पटना को पाट नहीं दिया तो मेरा नाम भी आनंद मोहन नहीं है।

पताही पहुंचने पर आनंद मोहन, पत्नी लवली आनंद का स्वागत किया गया।

पताही पहुंचने पर आनंद मोहन, पत्नी लवली आनंद का स्वागत किया गया।

लालू से हुई दोस्ती, बीजेपी से किए सवाल

आनंद मोहन ने आगे कहा कि हम जिससे लड़ते हैं तो ताल ठोक कर लड़ते और गले मिलते तो हृदय उड़ेल देते हैं। लालू यादव से मैं लड़ा, तो उन्होंने तो माफी दे दी, लेकिन तुम माफ नहीं कर पाए। क्यों माफ नहीं किए? मैं ये सवाल तो पूछूंगा, लेकिन इतिहास माफ नहीं करेगा। तुम्हें साथ नहीं देना है, मत दो। आनंद मोहन किसी से डरने वाला नहीं है।

कार्यक्रम में आनंद मोहन।

कार्यक्रम में आनंद मोहन।

आप हमारे ठेंगे पर हैं- आनंद मोहन

आगे बोले कि एक मित्र ने कहा कि आनंद मोहन से कोई सहानुभूति नहीं है। उसी के शब्द को उसके शीर्ष पर बैठे नेता ने कहा कि आनंद मोहन से मेरी भी कोई सहानुभूति नहीं है। भाई, मैंने अर्जी तो नहीं लगाई थी, आवेदन तो नहीं दिया था कि मुझसे सहानुभूति रखो।

वो कहते हैं कि हमारे सैकड़ों एमपी हैं। हमारे हजारों विधायक हैं और दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है, लेकिन आप हमारे ठेंगे पर हैं। दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी का दावा करने वाली पार्टी के शीर्ष नेता 16 साल से जेल में बंद व्यक्ति से डर जाएं, उसे चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए।

स्टेज पर काले कुर्ते में बैठे चेतन आनंद।

स्टेज पर काले कुर्ते में बैठे चेतन आनंद।

बता दें कि शुक्रवार को आनंद मोहन की रिहाई के बाद उनके समर्थकों ने फ्रेंड्स ऑफ आनंद के बैनर तले इस कार्यक्रम का आयोजन किया था। शिवहर से आरजेडी विधायक और आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद, एमएलसी महेश्वर सिंह, पूर्व मंत्री दशई चौधरी, पूर्व सांसद लवली आनंद, पूर्व विधायक लक्ष्मी नारायण यादव और फ्रेंड्स ऑफ आनंद के सुभाष सिंह सहित कई लोग इसमें शामिल हुए।

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