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छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में शनिवार रात सीआरपीएफ के एक जवान ने खुदकुशी कर ली। जवान नक्सल मोर्चे पर तैनात था और कुछ दिन पहले ही छुट्टी से कैंप लौटा था। जवान ने अपनी ही सर्विस राइफल से खुद को गाली मारी है। उसे गंभीर हालत में रायपुर रेफर किया गया, लेकिन पहुंचने से पहले ही उसने दम तोड़ दिया। जवान के खुदकुशी करने का कारण अभी तक सामने नहीं आ सका है। सूचना मिलने पर पुलिस और अफसर मौके पर पहुंच गए हैं। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। मामला बारसूर थाना क्षेत्र का है।
बस्तर आईजी सुंदरराज पी. ने बताया कि असम निवासी जवान गुनीन दास (30) सीआरपीएफ 195वीं बटालियन में कांस्टेबल पदस्थ था। उसने शनिवार रात करीब 9 बजे ड्यूटी के दौरान खुद की सर्विस राइफल से गर्दन के पास गोली मार ली। गोली की आवाज सुनकर साथी जवान मौके पर पहुंचे तो गुनीन दास लहूलुहान हालत में पड़ा था। इस पर जवान उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंचे और अफसरों को सूचना दी। गुनीन दास की हालत गंभीर देखकर डॉक्टरों ने उसे रायपुर रेफर कर दिया।
आईजी सुंदरराज ने बताया कि इसके बाद जवान गुनीन दास को उपचार के लिए रात करीब12 बजे दंतेवाड़ा से हेलीकॉप्टर से रायपुर के रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल ले जाया गया। वहां उपचार के दौरान रात करीब दो बजे उसने दम तोड़ दिया। जवान कुछ दिनों की छुट्टी पर घर गया हुआ था और शनिवार को ही ड्यूटी पर लौटा था। जवान के परिजनों को इसकी सूचना दे दी गई है। उनके आने के बाद ही पूछताछ में स्थिति स्पष्ट हो सकती है। फिलहाल जवान के शव को अस्पताल में रखा गया है।
चार माह में तीन जवानों ने दी जान
- इससे पहले 7 फरवरी को बीजापुर में भी सीआरपीएफ जवान केरल के चित्तूर, पालकड निवासी बीनू एम (37) ने सर्विस राइफल से गोली मारकर खुदकुशी कर ली थी। वह भी छुट्टी के बाद ड्यूटी ज्वाइन करने के लिए पहुंचे थे। उनकी भी खुदकुशी का कारण सामने नहीं आ सका है।
- वहीं करीब चार माह पहले अक्तूबर में बीजापुर में ही एक CAF (छत्तीसगढ़ आर्म्ड फोर्स) के जवान ने अपनी सर्विस राइफल से गोली मारकर खुदकुशी कर ली थी। जवान सुनील कुमार मूल रूप से मध्य प्रदेश के भिंड का रहने वाला था और यहां 15वीं बटालियन में पदस्थ था। उसकी भी आत्महत्या का कारण अभी तक सामने नहीं आ सका है।