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ICMR

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– फोटो : ANI

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धूम्रपान करने वालों में मूत्राशय कैंसर का जोखिम चार गुना अधिक है। ग्लोबोकॉन 2020 के अनुसार यह कैंसर भारत में 17वां सबसे आम है। इसकी वजह से देश में सालाना 11 हजार से अधिक लोगों की मौतें हो रही हैं।

नई दिल्ली स्थित भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने यूरिन ब्लैडर कैंसर के इलाज को लेकर नए दिशा-निर्देश तैयार किए हैं, जिस पर प्रतिक्रिया मांगी गई है। इसमें जांच से लेकर उपचार तक के नियम शामिल हैं, जिससे जिला और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में तैनात स्वास्थ्यकर्मी को उपचार करने में आसानी रहेगी।

आईसीएमआर के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक ने बताया कि देश में प्रति एक लाख की आबादी पर 3.57 लोग मूत्राशय कैंसर से पीड़ित हैं। महिलाओं की तुलना में पुरुष इससे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। दिल्ली में सबसे ज्यादा इस कैंसर के मरीज मिलते हैं। यहां एक लाख की आबादी पर 7.4 लोग ब्लैडर कैंसर के शिकार हैं। इसके बाद तिरुवनंतपुरम (4.9) और कोलकाता (4.0) है। डिब्रूगढ़ (1.1) में सबसे कम हैं। वहीं, महिलाओं की बात करें तो इसमें भी दिल्ली आगे है। यहां एक लाख की आबादी पर 1.7 महिलाओं में मूत्राशय कैंसर की शिकायत है। इसके बाद मुंबई (1.1) और मिजोरम (1.1) का स्थान है।





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By o24

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